Shastriya Prabandhan - A Bharatiya Design Thinking Approach to Education and Management

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सन्त हो जाना और सन्त बनने की यात्रा में होना

स्कूल की एक कक्षा में रहते हुए, रोज़ स्कूल जाना होता है, कॉपी सम्भाल के रखना होती है, नियम का पालन करना होता है। 12+12 को सीधे 24 लिख सकते जबकि उस कक्षा में रहते हुए carry forward इत्यादि पूरा लिखकर… Continue Reading →

संस्कारी होना क्यो ठीक नहीं होगा : एक व्यंग्य

आज कल धर्म -अधर्म के निर्णय supreme  court  के judge  लोगों पर छोड़ दिए जाते है।  चरित्र निर्माण, जीवन -मूल्य, जीवन -चर्या, ब्रह्मचर्य इत्यादि महत्वपूर्ण विषय साधारण मनुष्यों के विचारों के आधार पर नहीं हो सकते।  भारत में ऋषि-मुनियों द्वारा… Continue Reading →

“We booked the tickets, no one else” [a story]

योग: चित्त वृत्ति निरोध

बच्चे हैं या lab के subjects? Concerns in Parenting

Laboratories  में चूहों एवं अन्य भोले-भाले प्राणियों पर अनेक प्रकार के अप्राकृतिक परिक्षण किये जाते है, जिनका उद्देश्य मानव जाति का कल्याण (असली में विनाश) कहा जाता है। उसी प्रकार मम्मी-डैडी (माता-पिता नहीं ) के लिए उनके बच्चे उनकी महत्वाकांक्षाओं की… Continue Reading →

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