चुनाव का समय चल रहा था, एक पढ़े लिखे व्यक्ति जो एक शिक्षक है, उनसे मिलना हुआ। हम दोनों कि विचारधारा बहुत अलग थी, लेकिन परस्पर बड़ा गरिमामय संवाद हुआ, कुछ अनोखे अनुभव हुए । वो कह रहे थे कि यह… Continue Reading →
भारतीय संस्कृति में गृहस्थ आश्रम से वानप्रस्थ लेने के लिए कहा जाता है कि गृहस्थ में रहते हुए धीरे धीरे आसक्ति को कम करना चाहिए और फिर वैराग्य का तीव्र वेग आने पर वन गमन करना चाहिए। गृहस्थ आश्रम जैसे… Continue Reading →
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