भारतीय परम्परा में साप्तहिक / पखवाड़ा / मासिक अवकाश तिथि अनुसार रखते है अथवा वार के अनुसार जो रखते है वह देश-काल-ऋतु एवं अन्य कारणों को विचार करके रखते है। कुछ गुरुकुल प्रतिपदा को अवकाश रखते है, कुछ किसी और तिथि… Continue Reading →
आज कल धर्म -अधर्म के निर्णय supreme court के judge लोगों पर छोड़ दिए जाते है। चरित्र निर्माण, जीवन -मूल्य, जीवन -चर्या, ब्रह्मचर्य इत्यादि महत्वपूर्ण विषय साधारण मनुष्यों के विचारों के आधार पर नहीं हो सकते। भारत में ऋषि-मुनियों द्वारा… Continue Reading →
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